गुरुवार, 5 मई 2022

शत्रु और विरोधियों का नाश करने वाली मां पीतांबरा की रथयात्रा धूमधाम से निकली

 

 


धर्म मय हुई दतिया ,  पुरी की तर्ज पर निकली माई  की रथ यात्रा  में उमड़े भक्त

ग्वालियर टाइम्स 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे  सिंधिया,गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने रथ खींच कर किया  रथयात्रा  का सुभारम्भ

सर्व शत्रु स्तंभन कारी , सर्व विरोध नाशनी, मुकदमा अदालत और चुनाव , रण हो या जीवन सब जगह विरोध नाश कर , शत्रुओं का स्तंभन करने वाली, उनका मुख बंद करने वाली, उनकी बुद्धि का नाश कर उसे कुबुद्धि में बदलने वाली, उनकी विपरीत बुद्धि कर उनसे हर काम उलटा करवाने वाली, और उन्हें पतन के पथ पर धकेल कर उनका सर्वनाश कर देने वाली , राजाओं की देवी , राज राजेश्वरी भगवती मां पीतांबरा भगवती बगलामुखी , जिनका सर्वांग पीला है , जो भगवान शिव के बगलामुख नामक अवतार की शक्ति हैं , जिनके स्वरूप में कन्याओं के विवाह के समय उन्हें कन्यादान करते हुये कन्या का पिता , कन्या के हाथों में हल्दी लगाकर , वर को उसे अपनी बेटी , भगवती बगलामुखी के रूप में सौंपता है कि यह तुम्हारे जीवन में बगुलामुखी के रूप में तुम्हारे शत्रुओं और तुम्हारे विरोध तथा विरोधीयों की नाशनी बने , तुम्हें सदैव लक्ष्मी प्रदान करने में सहायक बने ( लक्ष्मीं प्रददामि त्वम इह आगच्छ आगच्छ ) वही मां पीतांबरा बगुलामुखी जो दस महाविद्याओं में से एक सिद्ध विद्या के नाम से विख्यात हैं , भारत का हर प्रधानमंत्री , हर क्षत्रिय राजपूत , हर राज्यपाल , हर राष्ट्रपति जिनके चरणों में शीष झुकाने और वंदन करने आया , जो भी शत्रुओं और विरोधियों, मुकदमों से परेशान और दुखी होकर आया , वह यहां से गया तो महज एक महीने बाद ही मां का करिश्मा देख कर दंग रह गया और फिर अपने आप ही दोबारा आया , हर बार और बार बार आया । 

मुख्यमंत्री ने कहा,नरोत्तम मिश्रा जी ने जनता के साथ  रच दिया  इतिहास

दतिया ।पुरी में निकलने वाली जगनन्नाथ जी की यात्रा व उज्जैन में निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारी की तरह अब दतिया में भी हर साल पीतांबरा माई की रथ यात्रा दुनिया देखेगी।माई  के प्रक्टोसव पर माई पहली बार शक्तिपीठ से निकल कर रथ    पर सवार होकर अपने भक्तों को आशीर्वाद देने निकली।

 इस अवसर पर पूरी दतिया धर्म नगरी में बदल गयी। माँ पीताम्बरा के प्रक्टोसव  पर निकली रथ यात्रा में भक्त उमड़ पड़े। जहा  तक नज़र जा रही थी पीले वस्त्र पहने लोग नज़र आ रहे थे। माई के जयकारे से नगर गुंजायमान हो रहा था।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ,गृह मंत्री व इस पूरे धार्मिक अनुष्ठान के संयोजक डॉ नरोत्तम मिश्रा ने रथ को खींच कर माई की  यात्रा का शुभारंभ किया। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया भी इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित थी।



माँ पीताम्बरा  शक्ति पीठ से  माई की रथ यात्रा शाम 5 बजे शुरू हुई। 87 साल में पहली बार माँ पीताम्बरा ने मंदिर से बाहर  भक्तों के बीच पहुच कर आशीर्वाद दिया। 4 माई के प्रकाट्य दिवस पर आयोजित इस रथ यात्रा में शामिल होने के लिए पूरा दतिया उमड़ पड़ा।बड़ी संख्या में  बाहर से  आए माई के भक्त भी इस  ऐतिहासिक यात्रा में शामिल हुए। मंत्रोचार के साथ  जैसे ही माई रथ पर सवार हुई पूरा क्षेत्र  माईं के जयकारों से गूंज उठा।

माई की इस रथ यात्रा का शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने   पूजा अर्चना करने के  बाद राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ,गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के साथ  रथ खींच कर किया। 

रथ यात्रा शुभारम्भ से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उपस्थित भक्तों को संबोधित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज दतिया ने  डॉ नरोत्तम मिश्रा ने जनता के साथ इतिहास रच दिया है।जहाँ देखो भक्त ही भक्त दिख रहे है।पूरी दतिया माई के रंग में रंगी नज़र आ  आ रही है। मुझे तो यहां हर मा ओर बिटिया में माई के दर्शन हो रहे है।उन्होंने कहा कि इतना विशाल धार्मिक अनुष्ठान माई की कृपा के बिना संभव नही हो सकता लेकिन डॉ नरोत्तम मिश्रा व उनकी टीम भी बधाई की पात्र है।मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ नरोत्तम मिश्रा ने माई की रथ का पहिया ओर विकास का पहिया जो चलाया है वह कभी नही रुकेगा। इस अवसर पर उन्होंने सरकारी नियंत्रण के मंदिरों के  पुजारियों को 5 हज़ार रुपए मानदेय ,संस्कृत के विद्यार्थियों को भी छात्र वृत्ति देने की घोषणा की। उन्होंने  भगवान परशुराम की जीवनी भी पाठ्यक्रम में पढ़ाई जाने की भी घोषणा की।


इस अवसर पर गृह मंत्री और इस पूरे धार्मिक अनुष्ठान के संयोजक डॉ नरोत्तम मिश्रा  भावुक नज़र आये। उन्होंने कहा कि में रहु या न रहु माई की यह यात्रा हर साल इसी तरह धूमधाम से निकलेगी।

 गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि माँ पीताम्बरा माई के प्राकट्य उत्सव पर रथ-यात्रा निकालने की नई परम्परा का शुभारंभ कर मुख्यमंत्री श्री चौहान इतिहास रचने जा रहे हैं। पुरी की भगवान जगन्नाथ यात्रा, उज्जैन की बाबा महाकाल की सवारी की तरह ही दतिया में माई की रथ-यात्रा निरंतर निकलती रहेगी। डॉ. मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान इतिहास पुरुष हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल में अनेक ऐसे कार्य किये हैं, जिनसे इतिहास रचा गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रयासों से ही दतिया शिक्षा के क्षेत्र में नया हब बनता जा रहा है। डॉ. मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दतिया को मेडिकल कॉलेज, लॉ कॉलेज, फिशरीज कॉलेज, वेटरनरी कॉलेज और पुलिस ट्रेनिंग स्कूल की सौगातें दी हैं।

                        

*भारत के नक्शे पर उभरकर आयेगा दतिया : श्रीमती वसुंधरा राजे*

माँ पीताम्बरा ट्रस्ट की अध्यक्ष और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया ने कहा कि माँ पीताम्बरा की कृपा और गुरूजी के आशीर्वाद से दतिया भारत के नक्शे पर उभरकर आयेगा। आने वाले वर्षों में माई की रथ-यात्रा में शामिल होने के लिये देश-दुनिया के लोग दतिया आयेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार दतिया के विकास में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। पिछले वर्षों में अकल्पनीय विकास के कार्य हुए हैं, जो जारी हैं। उन्होंने दतिया के स्वच्छ और सुंदर शहर होने पर भी प्रशंसा की।

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