मिलावट से मुक्ति के लिये प्रदेश भर में चलाए जा रहे अभियान के तहत ग्वालियर जिले में भी प्रभावी कार्रवाई हो। मिलावट करने वालों के विरूद्ध पुलिस प्रकरण भी कायम किए जाएं। खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों को बख्शा नहीं जाए। खाद्य पदार्थों की अधिक से अधिक सेम्पलिंग की जाए। अपने-अपने क्षेत्र में एसडीएम अभियान का नेतृत्व करें। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने सोमवार को अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक में यह निर्देश दिए।
शासन की प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन हो यह सुनिश्चित करने के लिये विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री शिवम वर्मा, एडीएम श्री टी एन सिंह, श्री किशोर कान्याल, अपर कलेक्टर श्री रिंकेश वैश्य सहित सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व व विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने सीएम हैल्पलाइन की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया है कि हैल्पलाइन में दर्ज प्रकरणों का निराकरण तेजी के साथ करें। जिन विभागों पर 10 से अधिक सीएम हैल्पलाइन के प्रकरण दर्ज हैं उनकी मॉनीटरिंग के लिये एडीएम स्तर के अधिकारियों को मॉनीटरिंग करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हैल्पलाइन के प्रकरणों में लापरवाही पाए जाने वाले अधिकारियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई प्रस्तावित करने के निर्देश दिए गए हैं।
कलेक्टर ने आरसीएमएस में राजस्व प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा करते हुए कार्य की प्रगति पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने न्यायालयों में लंबित प्रकरणों का निराकरण तेजी से करें। राजस्व प्रकरणों के निराकरण में ग्वालियर जिले की रैंकिंग असंतोषजनक है। सभी अधिकारी आगामी 15 दिनों में अपने-अपने राजस्व प्रकरणों का निराकरण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
बैठक में समर्थन मूल्य पर खरीदी की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि खरीदी का कार्य करने के साथ-साथ किसानों का भुगतान एवं परिवहन की व्यवस्था भी समय पर सुनिश्चित की जाए। खरीदी के समय वारदाने की कमी नहीं रहना चाहिए। अपनी उपज बेचने आए किसानों को खरीदी केन्द्र पर किसी प्रकार की समस्या न हो, यह भी सुनिश्चित किया जाए।
कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने शहर की साफ-सफाई व्यवस्था की समीक्षा के दौरान जिला अधिकारियों से कहा है कि वे प्रतिदिन सुबह शहर की साफ-सफाई व्यवस्था की भी मॉनीटरिंग करें। जिला स्तर के अधिकारियों को नगर निगम के विभिन्न वार्डों में स्वच्छता की मॉनीटरिंग करने की जवाबदारी सौंपी गई है। जिन अधिकारियों को स्वच्छता की मॉनीटरिंग की जवाबदारी दी है वे प्रतिदिन क्षेत्र में भ्रमण कर साफ-सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने में अपना योगदान दें।
कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने पथ विक्रेता उत्थान योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र में छोटा-छोटा व्यवसाय करने वाले व्यवसाइयों को अधिक से अधिक लाभान्वित करने के निर्देश दिए हैं। योजना के तहत हितग्राहियों को 10 हजार रूपए तक का ऋण मुहैया कराया जाता है। ग्वालियर जिले में ग्रामीण क्षेत्र के 713 हितग्राहियों को अब तक लाभान्वित किया गया है। योजना का लाभ अन्य पात्र हितग्राहियों को भी मिले, यह सुनिश्चित किया जाए।
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