सोमवार, 24 अक्तूबर 2022

न्याय बंधु के लीगल एड क्लिनिक का प्रभारी आशीष मित्तल को नियुक्त किया गया

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ग्वालियर हाई कोर्ट के जूरिस्डिक्शन क्षेत्रांतर्गत कार्य करेगा लीगल एड क्लिनिक

·       गरीबों , लाचारों को मिल सकेगी मुफ्त कानूनी सलाह और सेवायें

·       तहसील कोर्ट से लेकर एस डी एम और कलेक्टर कोर्ट से लेकर जिला एवं सत्र न्यायालयों तथा हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट स्तर की सलाह एवं सेवायें उपलब्ध होंगी

·       लीगल क्लिनिक पर पात्र हितग्राहियों के अलावा अन्य व्यापारीयों और उच्च स्तरीय लोगों के लिये भी कानूनी सलाह और सेवायें सशुल्क उपलब्ध रहेंगीं

·       लीगल एड क्लिनिक पर ट्रेड मार्क , कॉपीराइट , डिजाइन , पेटेंट सम्बन्धी मामले , ट्रेड यूनियन रजिस्ट्रेशन व उनकी समस्यायें , व्यापारीयों व्यावसाईयों की विभन्न समस्यायें , समितियों , फर्म्स , एम एस एम ई पंजीयन , स्टार्ट अप्स , लोन योजनाओं में सहायता , कंपनी पंजीयन , कंपनियों व शिक्षा आदि से जुड़े मामले भी निराकृत किये जायेंगें । पथ विक्रेताओं , लघु व्यासाईयों आदि के प्रकरण भी लीगल एड क्लिनिक से निराकृत किये जायेंगें ।

मुरैना 22 अक्टूबर 2022 । न्याय विभाग भारत सरकार के लिये अधिकृत व कार्यरत न्याय बंधु एडवोकेट नरेन्द्र सिंह तोमर ने अपना लीगल एड क्लिनिक , स्थानीय गोपीनाथ की पुलिया पर स्थित बालाजी प्लाजा में स्थापित व शुरू करने का अधिकार शहर के प्रतिष्ठित उद्योगपति एवं व्यापारी व व्यावसाई श्री आशीष मित्तल को सौंपा है । श्री मित्तल वर्तमान में शगुन साड़ी कलेक्शन के संचालक तथा उद्योग एवं व्यापार प्रकोष्ठ जिला मुरैना के अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक श्री राकेश मावई के विधायक प्रतिनिधि हैं । 

न्याय बंधु नरेन्द्र सिंह तोमर एडवोकेट ने श्री आशीष मित्तल के सामाजिक कार्यों और जन हितैषी व निष्काम व निष्पक्ष कार्य को देखते हुये लीगल एड क्लिनिक संचालन योग्य शख्सियत व सुपात्र पाते हुये , अपने लीगल एड क्लिनिक का प्रभारी नियुक्त किया है ।

इस लीगल एड क्लिनिक के तहत श्री मित्तल हर प्रकार के कानूनी सहायता व सलाह के इच्छुकों की एवं किसी भी स्तर की कोई भी समस्या या परेशानी की प्राथमिक सुनवाई कर सकेंगें , उनको विभिन्न प्रकार के आवेदन उपलब्ध करायेंगें , उनकी समस्या के उपचार का स्तर व बिन्दु तय कर सकेंगें , उन्हें यदि उच्च स्तरीय विधिक सहायता या सलाह की आवश्यकता महसूस होने पर वे लीगल एड क्लिनिक से जुड़े किसी भी एडवोकेट से मिलवा सकेंगें और उनका परमर्श और सहायता दिलवा सकेंगें , यदि श्री आशीष मित्तल को यह महसूस होता है कि किसी प्रकरण में किसी को न्याय बंधु से मिलवाने , या उनकी सलाह या सहायता की आवश्यकता है , तो वे न्यायबंधु को संबंधित पीड़ित व्यक्ति , संबंधित संगठन के प्रकरण की फाइल तैयार कर सौंपेंगें उसके बाद सीधे न्यायबंधु से मुलाकात करायेंगें ।

आशीष मित्तल अपने क्लिनिक के तहत आने वाले प्रकरणों की छंटनी / स्क्रूटनिंग कर सकेंगें , और उसका स्तर सुनिश्चित करेंगें , इस लीगल एड क्लिनिक से प्राप्त व केवल अनुशंसित प्रकरण ही न्यायबंधु द्वारा ग्रहण किये जायेंगें ।

श्री मित्तल विधिक सहायता के व मुफ्त सलाह के प्रकरण राष्ट्रीय विधिक सहायता प्राधिकरण अधिनियम 1987 की धारा 12 के पात्र हितग्राहियों की अलग फाइल बनाकर उसे विधिक सहायता के लिये चिह्नित कर , ऑन लाइन या मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से न्याय विभाग भारत सरकार की विधिक सहायता हेतु न्याय बंधु के भारत सरकार के पोर्टल पर पंजीकृत कर सकेंगें और प्रकरण के पंजीयन की जानकारी व रसीद सुरक्षित रखेंगें । इसी प्रकार वे यदि किसी प्रकरण में नालसा से विधिक सहायता दिलाना उचित समझेंगें तो उस केस को नालसा में पंजीकृत कर उसकी जानकारी और रसीद सुरक्षित रखेंगें , यदि वे किसी केस को जिला स्तर की विधिक सहायता का पात्र समझेंगें तो उसे जिला विधिक सहायता प्राधिकरण की ओर प्रेषित कर देंगें ।


श्री मित्तल अपने लीगल एड क्लिनिक के माध्यम से विधिक साक्ष्रता , जागरूकता व शिक्षा प्रशिक्षण आदि के विभन्न लोगों , विभन्न समूहों , आम जनता के लिये शिविर , सेमिनार , वर्कशॅाप आदि का आयोजन कर सकेंगें ।  वे विधिक साक्षरता , जानकारी , जागरूकता संबंधी कानूनी या लोकहित सामग्री के प्रकाशनों जैसे पुस्तक , पुस्तिकायें , न्यूज लेटर्स, अन्य प्रकार के साहित्य पत्रकायें आदि प्रकाशित व वितरित कर सकेंगें , वे प्रचार प्रसार , विज्ञापन प्रकाशन , पेम्पलेटस, हेण्डबिल्स , होर्डिंग्स , बैनर्स , कैलेंडर्स आदि  के माध्यम से व्यापक प्रचार कर सकेंगें ।

वे कानून के सहयोग के लिये तथा अपने क्लिनिक के कार्य व सहयोग के लिये , विभन्न स्तर के न्यायालयों के सहयोग के लिये पैरालीगल वालंटियर्स नियुक्त कर सकेंगें । वे क्लिनिक के सहयोग व कार्य के लिये विभिन्न एडवोकेट नियुक्त कर सकेंगें या उन्हें हटा सकेंगें ।

वे साप्ताहिक प्रतिवेदन न्यायबंधु को प्रस्तुत करेंगें और केवल पूर्णत: जवाबदेह न्यायबंधु , सचिव, न्याय विभाग भारत सरकार , प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश संबंधित जिला , मुख्य न्यायाधीश म.प्र. उच्च न्यायालय तथा मुख्य न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय के प्रति होंगें ।       

सोमवार, 25 जुलाई 2022

महाभारत के अंतिम चकृवर्ती सम्राट और संपूर्ण भारत के आखरी हिन्दू महाराजा दिल्लीपति महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर का जन्म दिवस इस साल 28 जुलाई 2022 को हरियाली अमावस्या को मनाया जायेगा


दिल्लीपति महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर महाभारत के अंतिम चकृवर्ती सम्राट और संपूर्ण भारत के आखरी हिन्दू महाराजा दिल्लीपति महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर का जन्म दिवस इस साल 28 जुलाई 2022 को हरियाली अमावस्या को मनाया जायेगा 
 *- नरेन्द्र सिंह तोमर " आनन्द"* 
दिल्लीपति महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर महाभारत के अंतिम चक्रवर्ती सम्राट थे । 
अंग्रेजों ने इन्हें दिल्ली का अंतिम हिंदू राजा और तोमरों का भारत पर राज करने वाला आखरी अंतिम राजवंश लिखा और कहा है । 
कुलगुरू व्यास जी के द्वारा अभिमंत्रित कील , व्यास जी के आदेश पर विक्रम संवत 1100 में केवल‌ 28 साल की उम्र में महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर ने दिल्ली मे़ किल्ली गाड़ी थी जिसे भीमलाट कहते हैं जो महरौली में कुतुब कांपलेक्स में स्थित है , महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर ने इस किल्ली पर अपनी तलवार की नोंक से लेख खोद दिया था जो आज भी उस पर अंकित है । इसके पास ही अपने कुल व राज पुरोहित पाठक पंडित के कहने और उनकी इच्छा के अनुसार इस किल्ली पर ही चतुर्भुजी महाविष्णु की गरूड़ पर सवार प्रतिमा विग्रह स्थापित कराया और पूजा के लिये बराबर ऊंचाई की मीनार उसके बगल में ही बनवाई जिसमें केवल सीढ़ीयां हैं , इस मीनार कांपलेक्स मे यानि मीनार के परिसर में ही 27 मंदिर पाठक पंडित राजपुरोहितों के लिये बनवाये । यह त्रिपुंड के 27 देवताओं और उनकी शक्तियों तथा योगनीयो़ के मंदिर थे । ( तोमरों के राजपुरोहित पाठकों के नाठ होने के बाद रूधावली अंबाह से राज के समय से तोमरों के कुल व राज पुरोहित अब तक उपाध्याय पंडित हैं )  
चन्द्रवंश के प्रतापी सम्राट और पांडव अर्जुन के वंशज महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर ने सातों द्वीप और सातों समुद्र पर विजय पताका फहरा कर अपने आधीन राज्य किया और धर्मध्वजा ( पंच पताका केसरिया ध्वज - भगवान विष्णु और माता का रंग ही तोमरों का कुल का पंच पताका ध्वज है ) सभी दिशाओं मे फहराई । चंद्रमा और सात तारों यानि सप्तर्षि के निशान‌ वाला चौकोर हरा झंडा , गौ बच्छा रक्षा - तोमरो का राज चिह्न ) से सभी दिशायें चहुंओर चमक धमक कर फहरायमान हो उठीं । 
अंग्रेजों के मुताबिक राजपूत  महाराजा अनंग पाल सिंह तोमर ने दिल्ली मे किल्ली सन 1150 के आस पास गाड़ी , तोमर क्षत्रिय राजपूतों की वंशावली के मुताबिक यह विक्रम संवत 1100  में दिल्लीपति महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर ने गाड़ी । 
दिल्लीपति महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर के भाई मदनपाल सिंह तोमर की दो बेटियों के पुत्र‌ पृथ्वीराज सिंह चौहान और जय चंद्र सिंह राठौर सगे मौसेरे भाई थे  । 
दिल्लीपति महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर के बड़े पुत्र को घूरे पर फिंकवाया गया था और मृत बताया गया था , जिसे एक पठान‌ को महल की दासी ने दे दिया था और पालने पोसने को कहा था , जो आगे चलकर गजनी का सुल्तान बना और मोहम्मद गौरी कहलाया । 
महल में चल रहे षडयंत्रों के चलते कुल गुरू व्यास जी ने सावधान करते हुये महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर को कम से कम एक साल की तीर्थयात्रा के बहाने बाहर जाने और रहने का आदेश दिया जिससे उन्हें सुरक्षित रूप से पुत्र प्राप्ति हो सके । 
दिल्लीपति को 32 साल की उम्र में द्वितीय पूत्र सोनपाल सिंह तोमर की प्राप्ति चम्बल में अपने पुरखे महाराजा शांतनु और भरत के जन्मस्थान ( गढ़ चामल - वर्तमान में यह स्थान गुढ़ा चम्बल कहलाता है ) में निवास के दौरान हुई , वे उसे दिल्ली लेकर वापस पहुंचे , जहां पृथ्वीराज के मन में बेईमानी आ गयी और उसने दिल्लीपति महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर का सिंहासन उन्हें वापस लौटाने से इंकार कर दिया और युद्ध करने के बाद जीत कर सिंहासन वापस लेने का फरमान दिल्लीपति को सुना दिया , राजपुरोहित पाठक और कुलगुरू व्यास जी ने दिल्लीपति को दोहित्र के साथ युद्ध करने और उसका वध करने से रोक दिया और कहा कि इसके बाद तुम्हारे पुरखों को राजसूर्य यज्ञ करना पड़ा और स्वजन व पूजनीय लोगो़ के वध के पाप से मुक्ति हेतु कैलाश पर भगवान शंकर की शरण में जाना पड़ा और शंकर जी उन्हें देखकर छिपते भागते फिरे थे तब नंदी रूप धरे भगवान शंकर का कूबड़ ही पांडव पकड़ पाये और उनने वहां केदारनाथ बनवाया और शंकर जी के सींग पशुपतिनाथ मे निकले जहां पांडवों ने पशुपतिनाथ मंदिर बनवाया जिसकी पूजा करके ही वे पापमुक्त हुये , इसलिये इसके साथ युद्ध और इसका वध तुम्हारे लिये उचित नहीं है , यह तुमसे उम्र में भी काफी छोटा है । 
इसके बाद दिल्लीपति चंबल में‌ वापस आ गये और ऐसाह नामक स्थान पर‌ एक छोटा सा दुर्ग बनवाकर वहां अपनी राजधानी बनाई । 
उनके बड़े पुत्र ने पृथ्वीराज से बदला लिया , छोटे पुत्र सोनपाल का विवाह नरवर के कछवाहे राजा कीरतसेन की पुत्री ककनवती से हुआ , नाती सुल्तान  शाह का विवाह करौली के जादौन राजा हमीर सिंह की पुत्री अकलकंवर से हुआ , उनके प्रपौत्र कंवरपाल का विवाह चित्तोड़गढ़ के सिसोदिया राजा रावल रतन सिंह सिसोदिया और महारानी पद्मिनी की एकमात्र पुत्री हेमावती से हुआ , उनके दो पुत्र रावल घाटम देव और रावल वीरम देव यानि वीर सिंह देव ने तोमरघार के 52, 84 और 120 गांव बसाये जिसे बावन बीसा सौं चौरासी के नाम से  तोमरघार कहते हैं ।
इसी ऐसाह गढ़ी के किले में विक्रम संवत 1199 में ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा को दिल्लीपति महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर मोक्षलोक वासी होकर विष्णुधाम चले गये । 
दिल्लीपति महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर की वंशावली के अनुसार उनका जन्म विक्रम संवत 1072 में हरियाली अमावस्या को सावन के महीने में दोपहर हुआ । 
 *-नरेन्द्र सिंह तोमर "आनंद " ( दिल्लीपति महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर की 23 वीं पीढ़ी )*

गुरुवार, 5 मई 2022

शत्रु और विरोधियों का नाश करने वाली मां पीतांबरा की रथयात्रा धूमधाम से निकली

 

 


धर्म मय हुई दतिया ,  पुरी की तर्ज पर निकली माई  की रथ यात्रा  में उमड़े भक्त

ग्वालियर टाइम्स 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे  सिंधिया,गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने रथ खींच कर किया  रथयात्रा  का सुभारम्भ

सर्व शत्रु स्तंभन कारी , सर्व विरोध नाशनी, मुकदमा अदालत और चुनाव , रण हो या जीवन सब जगह विरोध नाश कर , शत्रुओं का स्तंभन करने वाली, उनका मुख बंद करने वाली, उनकी बुद्धि का नाश कर उसे कुबुद्धि में बदलने वाली, उनकी विपरीत बुद्धि कर उनसे हर काम उलटा करवाने वाली, और उन्हें पतन के पथ पर धकेल कर उनका सर्वनाश कर देने वाली , राजाओं की देवी , राज राजेश्वरी भगवती मां पीतांबरा भगवती बगलामुखी , जिनका सर्वांग पीला है , जो भगवान शिव के बगलामुख नामक अवतार की शक्ति हैं , जिनके स्वरूप में कन्याओं के विवाह के समय उन्हें कन्यादान करते हुये कन्या का पिता , कन्या के हाथों में हल्दी लगाकर , वर को उसे अपनी बेटी , भगवती बगलामुखी के रूप में सौंपता है कि यह तुम्हारे जीवन में बगुलामुखी के रूप में तुम्हारे शत्रुओं और तुम्हारे विरोध तथा विरोधीयों की नाशनी बने , तुम्हें सदैव लक्ष्मी प्रदान करने में सहायक बने ( लक्ष्मीं प्रददामि त्वम इह आगच्छ आगच्छ ) वही मां पीतांबरा बगुलामुखी जो दस महाविद्याओं में से एक सिद्ध विद्या के नाम से विख्यात हैं , भारत का हर प्रधानमंत्री , हर क्षत्रिय राजपूत , हर राज्यपाल , हर राष्ट्रपति जिनके चरणों में शीष झुकाने और वंदन करने आया , जो भी शत्रुओं और विरोधियों, मुकदमों से परेशान और दुखी होकर आया , वह यहां से गया तो महज एक महीने बाद ही मां का करिश्मा देख कर दंग रह गया और फिर अपने आप ही दोबारा आया , हर बार और बार बार आया । 

मुख्यमंत्री ने कहा,नरोत्तम मिश्रा जी ने जनता के साथ  रच दिया  इतिहास

दतिया ।पुरी में निकलने वाली जगनन्नाथ जी की यात्रा व उज्जैन में निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारी की तरह अब दतिया में भी हर साल पीतांबरा माई की रथ यात्रा दुनिया देखेगी।माई  के प्रक्टोसव पर माई पहली बार शक्तिपीठ से निकल कर रथ    पर सवार होकर अपने भक्तों को आशीर्वाद देने निकली।

 इस अवसर पर पूरी दतिया धर्म नगरी में बदल गयी। माँ पीताम्बरा के प्रक्टोसव  पर निकली रथ यात्रा में भक्त उमड़ पड़े। जहा  तक नज़र जा रही थी पीले वस्त्र पहने लोग नज़र आ रहे थे। माई के जयकारे से नगर गुंजायमान हो रहा था।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ,गृह मंत्री व इस पूरे धार्मिक अनुष्ठान के संयोजक डॉ नरोत्तम मिश्रा ने रथ को खींच कर माई की  यात्रा का शुभारंभ किया। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया भी इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित थी।



माँ पीताम्बरा  शक्ति पीठ से  माई की रथ यात्रा शाम 5 बजे शुरू हुई। 87 साल में पहली बार माँ पीताम्बरा ने मंदिर से बाहर  भक्तों के बीच पहुच कर आशीर्वाद दिया। 4 माई के प्रकाट्य दिवस पर आयोजित इस रथ यात्रा में शामिल होने के लिए पूरा दतिया उमड़ पड़ा।बड़ी संख्या में  बाहर से  आए माई के भक्त भी इस  ऐतिहासिक यात्रा में शामिल हुए। मंत्रोचार के साथ  जैसे ही माई रथ पर सवार हुई पूरा क्षेत्र  माईं के जयकारों से गूंज उठा।

माई की इस रथ यात्रा का शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने   पूजा अर्चना करने के  बाद राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ,गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के साथ  रथ खींच कर किया। 

रथ यात्रा शुभारम्भ से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उपस्थित भक्तों को संबोधित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज दतिया ने  डॉ नरोत्तम मिश्रा ने जनता के साथ इतिहास रच दिया है।जहाँ देखो भक्त ही भक्त दिख रहे है।पूरी दतिया माई के रंग में रंगी नज़र आ  आ रही है। मुझे तो यहां हर मा ओर बिटिया में माई के दर्शन हो रहे है।उन्होंने कहा कि इतना विशाल धार्मिक अनुष्ठान माई की कृपा के बिना संभव नही हो सकता लेकिन डॉ नरोत्तम मिश्रा व उनकी टीम भी बधाई की पात्र है।मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ नरोत्तम मिश्रा ने माई की रथ का पहिया ओर विकास का पहिया जो चलाया है वह कभी नही रुकेगा। इस अवसर पर उन्होंने सरकारी नियंत्रण के मंदिरों के  पुजारियों को 5 हज़ार रुपए मानदेय ,संस्कृत के विद्यार्थियों को भी छात्र वृत्ति देने की घोषणा की। उन्होंने  भगवान परशुराम की जीवनी भी पाठ्यक्रम में पढ़ाई जाने की भी घोषणा की।


इस अवसर पर गृह मंत्री और इस पूरे धार्मिक अनुष्ठान के संयोजक डॉ नरोत्तम मिश्रा  भावुक नज़र आये। उन्होंने कहा कि में रहु या न रहु माई की यह यात्रा हर साल इसी तरह धूमधाम से निकलेगी।

 गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि माँ पीताम्बरा माई के प्राकट्य उत्सव पर रथ-यात्रा निकालने की नई परम्परा का शुभारंभ कर मुख्यमंत्री श्री चौहान इतिहास रचने जा रहे हैं। पुरी की भगवान जगन्नाथ यात्रा, उज्जैन की बाबा महाकाल की सवारी की तरह ही दतिया में माई की रथ-यात्रा निरंतर निकलती रहेगी। डॉ. मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान इतिहास पुरुष हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल में अनेक ऐसे कार्य किये हैं, जिनसे इतिहास रचा गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रयासों से ही दतिया शिक्षा के क्षेत्र में नया हब बनता जा रहा है। डॉ. मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दतिया को मेडिकल कॉलेज, लॉ कॉलेज, फिशरीज कॉलेज, वेटरनरी कॉलेज और पुलिस ट्रेनिंग स्कूल की सौगातें दी हैं।

                        

*भारत के नक्शे पर उभरकर आयेगा दतिया : श्रीमती वसुंधरा राजे*

माँ पीताम्बरा ट्रस्ट की अध्यक्ष और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया ने कहा कि माँ पीताम्बरा की कृपा और गुरूजी के आशीर्वाद से दतिया भारत के नक्शे पर उभरकर आयेगा। आने वाले वर्षों में माई की रथ-यात्रा में शामिल होने के लिये देश-दुनिया के लोग दतिया आयेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार दतिया के विकास में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। पिछले वर्षों में अकल्पनीय विकास के कार्य हुए हैं, जो जारी हैं। उन्होंने दतिया के स्वच्छ और सुंदर शहर होने पर भी प्रशंसा की।

सोमवार, 14 फ़रवरी 2022

आय प्रमाण पत्र नहीं बनाने पर मुरैना कलेक्टर , एस डी एम और तहसीलदार मुरैना के खिलाफ मुरैना न्यायालय में मामला पेश

 

आय प्रमाण पत्र नहीं बनाने पर मुरैना कलेक्टर , एस डी एम और तहसीलदार मुरैना के खिलाफ मुरैना न्यायालय में मामला पेश
*** मुरैना में तहसीलदार मुरैना, एस डी एम मुरैना , कलेक्टर मुरैना तथा मुख्य सचिव म प्र शासन के विरूद्ध आय प्रमाण पत्र नहीं बनाने के कारण सी जे एम कोर्ट में हुआ मामला पेश , दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 156(3) के तहत एफआईआर दर्ज करने की की गई है मांग साथ ही म प्र लोकसेवा प्रदान गारंटी अधिनियम के तहत पैनल्टी और प्रतिकर दिलाने की की गयी है मांग , सी जे एम मुरैना ने मामला न्यायालय में सुनवाई में लिया , मामला शनिवार को ई कोर्ट से फाइल किया गया था जिसकी सुनवाई आज सोमवार को हुई ।
उल्लेखनीय है कि म.प्र; लोकसेवा प्रदान गारंटी अधिनयम के तहत आय प्रमाण पत्र जारी करने की एक सुनिश्चित प्रक्रिया और प्रावधान है , जिसके तहत आवेदक स्व घोषित घोषणापत्र देकर आय प्रमाण पत्र बनवाता है । जिसके तहत 3 काय्र दिवस के भीतर आय प्रमाण बना कर आवेदक को देना अनिवार्य है , मगर तहसीलदार मुरैना ने आय प्रमाण पत्र जारी करने के बजाय आवेदक का आवेदन ही निरस्त कर दिया , इस पर आवेदक ने मुख्य सचिव म.प्र. शासन तथा मुख्यमंत्री म.प्र. शासन को उसी दिन ही शिकायत सह अपील कर दी , जिसे मुख्यमंत्री कार्यालय ने दूसरे दिन ही कलेक्टर मुरैना को मय मूल आवेदन तथा समस्त दस्तावेजों सहित सौंप दिया ओर कार्यवाही करने के आदेश दिये , मगर कलेक्टर मुरैना ने डेढ़ महीने से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की , इस संबंध में आवेदक ने उसी दिन ही एक शिकायत म .प्र की सी एम हेलपलाइन पर भी दर्ज कराई , उस पर भी डेढ़ महीना बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गयी ओर न कोई जवाब दिया गया । इस पर आवेदक पीड़ित व व्यथित होकर न्यायालय में चला गया और आई पी सी की धाराओं 166 तथा 166 (क) के तहत एफ आई आर दर्ज कराने की मांग न्यायालय से की तथा अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार पैनल्टी से प्रतिकर दिलाये जाने की मांग की । उल्लेखनीय है कि ऐसी पैनल्टी / प्रतिकर की वसूली अपचारी व कदाचारी शासकीय अधिकारी के वेतन और पेंशन से की जाती है तथा उसकी सर्विसबुक में विपरी टीप अंकित की जाती हे । धारा 166 सरकारी ड्यूटी नहीं करने / पूरी नहीं करने , डृयूटी में फैलुअर रहने पर तथा 166 (क) सरकारी अधिकारी के विधि / कानून / प्रक्रिया का पालन नहीं करने पर दर्ज की जातीं हैं जिनके तहत कारावास और जुर्माना दोनों से ही सरकारी अधिकारी को दंडित किया जाता है । पुलिस द्वारा एफ आई आर दर्ज नहीं किये जाने पर भी यही धारायें पुलिस कर्मियो पर लगाईं जातीं हैं , इसके साथ ही धारा 217 भी लाई जाती है ।
( ग्वालियर टाइम्स )

बुधवार, 22 दिसंबर 2021

सार्वजनिक सूचना विज्ञप्ति - न्यायालय प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग -1 जिला मुरैना म.प्र. , जिला एवं सत्र न्यायालय मुरैना मध्यप्रदेश

 

In the Court Of Chief Judicial Magistrate, District Morena

Presiding Officer :

श्री राजीव राव गौतम

आवेदन अंतर्गत धारा 372 भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम

सक्सेशन प्रकरण क्रमांक

( MJC SUC 0000030/2021)

नरेन्द्र सिंह तोमर आवेदक

V/s

प्रशांत सिंह तोमर उर्फ बबलू  ..... अनावेदक

Process ID -/2021

पेशी दिनांक 27/01/2022

प्रेषिती  (1) सर्वसाधारण , पता – सर्वसाधारण  (2) आम जनता

आम जनता को सूचित किया जाता है कि आवेदक नरेन्द्र सिंह तोमर पता 42 एवं 43 गांधी कालोनी मुरैना ने मृतक स्व. काशीबाई एवं मृतक स्व. रामेश्वर सिंह तोमर ( प्रो0 आर एस तोमर ) निवासी  .....  42 , 43 गांधी कालोनी मुरैना म0प्र0 की ... 4,21466/- , 55,944/-, 30,938/-, 4,20,361/-, 500/-, 5,13,000/-, बैंक ऑफ इंडिया ग्वालियर में लॉकर क्रमांक 000668A में रखे गये/ जमा समस्त संपत्ति एवं धन तथा दस्तावेज , भारतीय जीवन बीमा निगम की पॉलिसी क्रमांक 201739169, भारतीय जीवन बीमा निगम की पॉलिसी क्रमांक 201712530, भारतीय जीवन बीमा निगम की पॉलिसी क्रमांक 203682890, एवं 201744657, तथा 204061516 और 204290122 भारतीय जीवन बीमा निगम की पॉलिसी क्रमांक 204257642 एवं 202956326 और 203756326 एवं क्रमांक 204264516 .... राशि/संपत्ति हेतु उत्तराधिकारी अथवा अभिभावक /संरक्षक नियुक्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिये इस न्यायालय में आवेदन किया है जिसकी सुनवाई दिनांक 27 January 2022 को नियत है ।

यदि किसी व्यक्ति को उक्त प्रकरण में आवेदक को उक्त मृतक का उत्तराधिकारी अथवा अभिभावक / संरक्षक होने संबंधी प्रमाण पत्र जारी किये जाने में कोई आपत्ति हो अथवा उक्त प्रकरण में वह अपना हक समझता हो तो पेशी दिनांक 27 January 2022 को न्यायालय में स्वयं अथवा अधिवक्ता के माध्यम से से उपस्थित रहें । सूचना उपरांत यदि अनुपस्थित रहे तो प्रकरण की सुनवाई एकपक्षीय की जाकर प्रकरण का निराकरण किया जायेगा ।

यह आज तारीख 20 December 2021 को मेरे हस्ताक्षर से और न्यायालय की मुद्रा लगाकर दिया गया है ।



 

 


न्यायालय की मुद्रा                                                                                                                                                                                           हस्ताक्षर

राजीव राव गौतम

प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग -1

(वरिष्ठ खण्ड) जिला मुरैना म.प्र.

यदि किसी कारणवश उक्त तिथि को न्यायालय अवकाश पर रहेगा तो आगामी कार्य दिवस पर यह प्रकरण सुनवाई किया जायेगा ।

गुरुवार, 18 नवंबर 2021

अमेज़न कंपनी पर भी होगी कार्यवाही:गृह मंत्री डॉ. मिश्रा

 अमेज़न कंपनी पर भी होगी कार्यवाही:डॉ. मिश्रा

मध्यप्रदेश में ऑनलाइन बिजनेस करने वाली कंपनियों के लिए बनेगी गाइड लाइन 

भोपाल। करी पत्ते के नाम से ऑनलाइन  गांजा बेचने के मामले को प्रदेश सरकार ने गंभीरता से लिया है। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि ऑनलाइन बिजनेस के नाम पर नशे का कारोबार करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। जांच में प्रमाण मिलने पर अमेज़न कंपनी के खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में ऑनलाइन बिजनेस करने वाली कंपनियों के लिए गाइड लाइन तय करेंगे।

गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस ने बेहतरीन कार्य करते हुए करी पत्ता एवं अन्य उत्पादों के नाम से गांजे का ऑनलाइन बिजनेस का भंडाफोड़ किया है। यह बेहद गंभीर मामला है। इस पर संज्ञान लेना जरूरी है क्योंकि इसके दूरगामी परिणाम और भी अधिक घातक है। इतने गंभीर मामले में गांजे के पार्सल की डिलीवरी करने वाली अमेजन कंपनी अपनी जिमेदारी से बच नही सकती हैं।

डॉ.मिश्रा ने कहा कि कई टन गंजा पकड़ा गया है। दो लोगों को हिरासत में लिए गया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। मामले की जांच के लिए अमेज़न कंपनी को भी बुलाया गया है।  जांच में दोषी पाए जाने पर अमेजन के खिलाफ भी कड़ी कार्यवाई की जाएगी। मध्यप्रदेश में ऑनलाइन बिजनेस के नाम पर नशे के व्यापार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसे रोकने के लिए सभी पुख्ता प्रबंध करेंगे।

गुरुवार, 30 सितंबर 2021

आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में आयोजित होगा कलांतर महोत्सव , कलांतर २०२१ राष्ट्रीय आर्ट फेस्टिवल २ अक्टूबर को - प्रिया सिंह गाजियाबाद प्रमुख

गाजियाबाद 30 सितंबर 2021 , कला के क्षेत्र में अग्रणी समाज सेवी संस्था कलांतर आर्ट ट्रस्ट द्वारा आयोजित राष्ट्रीय आर्ट फेस्टिवल का उद्घाटन २ अक्टूबर को होगा. ये निर्णय कलांतर की कार्यवाहक समिति की सत्रह सितम्बर की बैठक में हुआ। सूचना देते हुए कलांतर की राष्ट्रीय सचिव श्रीमती पूजा श्रीवास्तव ने बताया कि इस वर्ष से कलांतर में पेंटिंग प्रतियोगिता के साथ ही लेखन, संगीत तथा अभिनय प्रतियोगिता को भी शामिल किया गया है। पूजा ने यह भी बताया कि ये प्रतियोगिताएं पूर्णतया निःशुल्क होंगी। किसी भी स्तर पर कोई भी प्रतिभागिता शुल्क नहीं लिया जाएगा। प्रतियोगिता को निःशुल्क रखने का उद्देश्य है कि देश का गरीब से गरीब व्यक्ति भी इस बड़े मंच पर प्रतिभाग करने से वंचित न रह जाये। 

 

प्रतियोगिता तीन चरणों में कराई जाएगी। पहले चरण में पेंटिंग तथा लेखन प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी दूसरे चरण में संगीत प्रतियोगिता तथा तीसरे चरण में अभिनय व् नाटक प्रतियोगिता होगी। सभी प्रतियोगिता की तिथियों तथा विषय की विस्तृत जानकारी ऑनलाइन उद्घाटन समारोह में दी जाएगी जिससे प्रतियोगियों को विषय को समझने में आसानी हो। 

 

स्वतंत्रता की पचहत्तरवीं वर्षगांठ के अवसर पर कलांतर २०२१ की प्रतियोगिताएं भी आज़ादी का अमृत महोत्सव के रूप में मनाई जाएंगी। कलांतर गाजियाबाद की संयोजक प्रिया सिंह के अनुसार इस वर्ष प्रतियोगिता के अधिकतर विषय भारत वर्ष की सांस्कृतिक विरासत तथा देश की स्वर्णिम इतिहास से जुड़े हुए होंगे। प्रिया ने आगे बताया कि जहाँ एक ओर इस प्रतियोगिता का लक्ष्य है कि देश के कोने कोने से छुपी हुई कला प्रतिभाओं को सामने लाया जाए वहीं दूसरी ओर हम लोगों को देश के स्वर्णिम इतिहास को जानने तथा समझने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। 

 प्रिया सिंह ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में कलांतर ने अपनी विभिन्न गतिविधियों के द्वारा कला से समाज परिवर्तन की दिशा में अभिन्न काम किये हैं। प्रिया सिंह का कहना है कि कलांतर के संस्थापक श्री विशाल श्रीवास्तव का उद्देश्य है कि शीघ्र ही कला के द्वारा एक ऐसा आंदोलन लाया जाए जिससे समाज में फ़ैल रही सारी कलुषताएँ समाप्त हो जाएं। उनका मानना है कि कला में वो अद्भुत शक्ति है जिससे बुरे से बुरे व्यक्ति के चरित्र में परिवर्तन लाया जा सकता है। 

 बैठक में मुख्य रूप से कलांतर प्रयागराज के संयोजक दीपक सिंह , कलांतर के उपाध्यक्ष श्री शिव नारायण तथा राजेश श्रीवास्तव, कलांतर शिक्षक वर्ग की संयोजक श्रीमती हरियाली श्रीवास्तव, कलांतर के संयुक्त सचिव श्री सुशील रामरख्यानी, कलांतर युवा क्लब के संयोजक आर्यन सिन्हा तथा अक्षरा, कलांतर महाराष्ट्र के संयोजक श्री भारतेंदु, कलांतर देवरिया के संयोजक श्री सुजीत कुशवाहा, कलांतर जौनपुर के संयोजक श्री अमरदीप चौरसिया, कलांतर झारखंड के संयोजक श्री मनीष श्रीवास्तव  आदि उपस्थित रहे।

 

सर्वोच्च प्राथमिकता पर राजस्व प्रकरणों का निराकरण करें-कलेक्टर श्योपुर , राजस्व अधिकारीयों की बैठक में कलेक्टर शिवम वर्मा ने दिये निर्देश

 कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने कहा है कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप राजस्व प्रकरणों का निराकरण सर्वोच्च प्राथमिकता पर किया जावे। जिससे राजस्व प्रकरण निराकृत होने से पेडेन्सी से निजात मिलेगी। साथ ही निराकृत किये जाने वाले प्रकरणों का इन्द्राज आरसीएमएस पोर्टल पर किया जावे। वे आज कलेक्टर कार्यालय श्योपुर के सभागार में राजस्व अधिकारियों के कार्यो की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। 
   बैठक में अपर कलेक्टर श्री टीएन सिंह, एसडीएम श्योपुर श्री लोकेश सरल, कराहल श्री विजेन्द्र सिंह यादव, विजयपुर श्री नीरज शर्मा, तहसीलदार  श्योपुर श्री संजय जैन, बडौदा श्रीमती अमिता सिंह तोमर, कराहल श्रीमती मनीषा कौल, वीरपुर श्री राजेन्द्र पवार, विजयपुर श्री आरएस वर्मा, कलेक्टर कार्यालय के ओएस श्री दीलीप बंसल, नायब तहसीलदार, आरआई और कलेक्टर कार्यालय की संबंधित शाखाओं के कर्मचारी उपस्थित थे।  
   कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने बैठक में कहा कि राजस्व अधिकारी आरसीएमएस पोर्टल में मैरिट के अनुसार केसों का डिस्पोजल करना सुनिश्चित करें। साथ ही राजस्व न्यायालयों की प्रक्रिया व्यपरिवर्तन, भू राजस्व का निर्धारण तथा पुर्ननिर्धारण नियम 2018 के अंतर्गत प्राप्त होने वाले आवेदनों का निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि आवासीय सर्वेक्षण की दिशा में समय सीमा में कार्यवाही की जावे। इसी प्रकार भू सर्वेक्षण तथा भू अभिलेख नियम 2020 के अंतर्गत कार्यवाहियों को समय सीमा में अंतिम रूप दिया जावे। नगरीय क्षेत्रों के अंतर्गत भूमिहीन व्यक्तियों को अधिकार देने की दिशा में अधिनियम 1984 के अंतर्गत कार्यवाही की जावे।
   कलेक्टर ने कहा कि आरसीएमएस वर्कफ्लो के अंतर्गत भी प्रकरण निराकरण किया जावे। इसी प्रकार धारणा अधिकार के अंतर्गत प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जावे। उन्होने कहा कि डायर्वसन की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया जावे। बैक भू प्रबंधन की प्रक्रिया पूर्णत ऑनलाइन होनी चाहिए। भू लेखा पोर्टल कलेक्टर लागइन का अध्ययन किया जाकर होम पेज पर विभिन्न प्रकार की कार्यवाहियों को डालने की व्यवस्था की जावे। भू अभिलेखो के डिजीटाईजेशन की दिशा में आवश्यक कदम उठाये जावे। साथ ही रेवेन्यू कैस मैनजमेंट सिस्टम को प्रभावी बनाया जावे। उन्होने कहा कि आरसीएमएस का अन्य पोर्टल के साथ लिकेंज करने की व्यवस्था दी गई है। जिसको प्रभावी बनाया जावे। सहारा एप के अंतर्गत सर्वे कार्य में गति लाई जावे।
   इसी प्रकार गिरदावरी का कार्य 98 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। शेष बचे हुए कार्य को पूरा करने की पहल की जावे। कलेक्टर ने कहा कि राजस्व अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रो में राजस्व कैम्पों का आयोजन कर ग्रामीणों की समस्या और कठिनाईयों का निराकरण करें। जिसके लिए तहसीलवार कैम्पो के आयोजन हेतु तिथियों का निर्धारण किया जा रहा है। इन तिथियों के अनुसार श्योपुर, बडौदा, कराहल, वीरपुर, विजयपुर के क्षेत्र में शिविर लगाये जावे। बैठक में अपर कलेक्टर श्री टीएन सिंह कहा कि आरसीएसएस में रिडर/पीठासीन अधिकारी के पास 2399 प्रकरण लंबित है। उनकों तहसीलदार और एसडीएम देखे। साथ ही प्रकरणवार केस का निराकरण करें। जिससे शून्य की स्थिति पर निराकरण की स्थिति लाई जावे।
   बैठक में एडीएम श्री टीएन सिंह ने कहा कि प्रजेटेंशन के माध्यम से राजस्व अधिकारियों के कार्यो की समीक्षा कराई। साथ ही स्पेरो पोर्टल पर सीआर भरने की व्यवस्था से अवगत कराया। इसी प्रकार राजस्व अधिकारियों की परिक्रम सूची की जानकारी दी। उन्होने निर्वाचन नामावली के पुनरीक्षण कार्य के अंतर्गत 01.01.2022 की स्थिति में बीएलओ द्वारा नाम जोडने की कार्यवाही का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। जिसके अनुसार कार्यवाही की जानी है। इसलिए राजस्व अधिकारी फार्म 6, 7, 8 के अनुसार अपने क्षेत्र के बीएलओ से नियत तिथि में कार्यवाही करावे। बैठक में एसडीएम श्योपुर श्री लोकेश सरल, विजयपुर श्री नीरज शर्मा, कराहल श्री विजेन्द्र सिंह यावद ने राजस्व अधिकारियों के माध्यम से किये गये कार्यो की जानकारी दी। साथ ही प्रकरणों के निराकरण की स्थिति से अवगत कराया।

पीएम किसान सम्मान निधि/सीएम किसान कल्याण योजना की समीक्षा
कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना एवं मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के अंतर्गत किसानो के लिए डाली गई राशि की समीक्षा की। साथ ही तहसीलवार लाभान्वित किसानों की जानकारी प्राप्त की।
भू-अभिलेख रिकार्ड शुद्धीकरण पखवाडा

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में कहा कि राज्य शासन के निर्देशानुसार 01 अक्टूबर से 15 अक्टूबर 2021 तक भू-अभिलेखों का रिकार्ड शुद्धीकरण करने की दिशा में पखवाडा आयोजित किया जा रहा है। इस पखवाडे के अंतर्गत भू अभिलेखों का रिकार्ड सभी तहसीलों में व्यवस्थित किया जाना है। जिससे रिकार्ड दुरूस्त होगा। साथ ही व्यवस्थाएं चुस्त और दुरूस्त बनाई जा सकें।

फोती नामातंरण के आवेदनों का समय पर निराकरण

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में कहा कि जिले की 05 तहसीलो के अंतर्गत प्राप्त होने वाले फोती नामातरंण के आवेदनों का निराकरण समय पर किया जावे। जिससे फोत होने वाले व्यक्ति के वारिस का नामातंरण होने से संबंधित को पैतिक भूमि आदि का हक प्राप्त होगा। साथ ही आवेदकों को तहसील के चक्कर लगाने से मुक्ति मिलेगी।

कुपोषण निदान की दिशा में आवश्यक कदम उठाये जावे
कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में कहा कि जिले के कराहल और विजयपुर क्षेत्र के आदिवासी बाहुल्य इलाके में कुपोषण से जंग अभियान जारी रखा जावे। इस दिशा में प्रत्येक माह बीएमओ, सीडीपीओं और विजयपुर, कराहल क्षेत्र के तहसीलदार, एसडीएम की बैठक आयोजित की जावेगी। जिसमें हरमाह कुपोषण से जंग अभियान के अंतर्गत की गई कार्यवाहियों की समीक्षा की जावेगी।
राजस्व अभिलेखो में भूमि स्वामी किसानों के नामों का इन्द्राज

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में कहा कि जिले के एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार राजस्व अभिलेखो में भूमि स्वामी किसानों के नामों के इन्द्राज की समीक्षा करें। साथ ही पटवारियो के माध्यम से खसरा, नक्शा का मिलान में एकरूपता होनी चाहिए। इस दिशा में कार्यवाही सुनिश्चित की जावे। इसी प्रकार सक्रिय मूल एवं बटांक खसरा सही करने की कार्यवाही होनी चाहिए।

स्वामित्व योजना के अंतर्गत कार्य की समीक्षा

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में कहा कि स्वामित्व योजना के अंतर्गत 06 अक्टूबर 2021 को कार्यक्रम आयोजित किया जावेगा। उन्होेने कहा कि आबादी का सर्वे कार्य पूर्णता की ओर है। कराहल और विजयपुर क्षेत्र के दो-दो गांवो में ड्रोन कैमरा के माध्यम से सर्वे का कार्य 05 अक्टूबर तक पूरा होना चाहिए। एसडीएम कराहल श्री विजेन्द्र सिहं यादव ने बताया कि आबादी सर्वे एमपीएलआरसी की गाइडलाइन अनुसार कराया गया है। जिसके अंतर्गत आबादी का मूल स्वामित्व सौपा जाना है।

वन अधिकार अधिनियम के अंतर्गत दावा प्रकरणों की समीक्षा

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में वन अधिकार अधिनियम के अंतर्गत वनवासियों के एकल एवं सामूहिक प्रकरणों की समीक्षा की गई। तब सहायक आयुक्त आजाक श्री एमपी पिपरैया ने बताया कि खण्ड स्तरीय समिति द्वारा प्रकरणों की एक बार पुन समीक्षा की जा रही है। इसके बाद स्वीकृति के लिए प्रकरण जिला स्तरीय समिति को भेजे जावेगें।

 तहसील स्तरीय खसरा में इन्द्राज अभिलेख को बेवजीआईएस पोर्टल में प्रदर्शित करावे

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये कि तहसील स्तरीय खसरा में किसानों के अभिलेख दर्ज है। जिनको वेबजीआईएस पोर्टल में प्रदर्शित कराया जावे। जिससे किसान वेवजीआईएस की नकल निकालने में सक्षम बन सकें। साथ ही प्राप्त नकल का उपयोग अपने आवश्यक कार्यो में लें सकें। एडीएम श्री टीएन सिंह कहा कि पुराने रिकार्ड के अनुसार तहसील स्तरीय कम्प्युटर के डाटा में एन्ट्री खसरा को वेबजीआईएस में व्यपरिवर्तित करने की भी कार्यवाही की जावे।  

शासकीय भूमि के अतिक्रमण को रोकने की कार्यवाही की जावे

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में कहा कि प्रदेश में एंटी भू-माफिया अभियान संचालित किया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये है कि शासकीय भूमि पर अतिक्रमण नही होना चाहिए। साथ ही शासन के हितों की रक्षा की जावे। इसलिए शासकीय भूमि पर अतिक्रमण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही होगा। कलेक्टर ने कहा कि श्योपुर जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में जहां-जहां शासकीय भूमि पडी हुई है। उस पर अतिक्रमण को रोकने के लिए पटवारियों के माध्यम से एसडीएम, तहसीलदार कार्यवाही करावे। अगर शासकीय भूमि पर होने वाला अतिक्रमण नही रोका जावेगा। तब संबंधित पटवारी के विरूद्ध कार्यवाही की जावे।

भू-राजस्व की वसूली पटवारी के माध्यम से सुनिश्चित करावें

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में कहा कि राजस्व अधिकारी भू-राजस्व की वसूली में तेजी लावे। इस दिशा में पटवारियों से वसूली के कार्य को अंजाम दिलाया जावे। साथ ही विभिन्न प्रकार की वसूली ऑनलाइन जमा कराई जावे।  

सहरिया जाति को मिले पट्टे की भूमि का कब्जा दिलावें

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिले के आदिवासी विकासखण्ड कराहल और विजयपुर के आदिवासी बाहुल्य ग्रामों में आदिवासियों को पट्टे प्रदान किये गये है। उनकी भूमि पर कब्जा अन्य लोगो ने कर लिया है। इसलिए एसडीएम तहसीलदार सहरिया जाति के व्यक्तियों को दिये गये पट्टे की भूमि का कब्जा दिलाने की कार्यवाही करें। यह कार्यवाही पटवारी के माध्यम से होनी चाहिए। अगर अन्य जाति के लोगों द्वारा भूमि का कब्जा नही छोडा जाता है। तब उन पर एफआईआर एसडीएम, तहसीलदार द्वारा करावे।

लंबित आश्वासन/ध्यानाकर्षण की जानकारी तीन दिवस में भेजें

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में आवश्वासन/ध्यानाकर्षण की जानकारी जिला स्तर पर भेजने के कार्य की समीक्षा की। इस दौरान एडीएम श्री टीएन सिंह ने कहा कि जिन-जिन राजस्व अधिकारियों द्वारा लंबित आवश्वासन/ध्यानाकर्षण की जानकारी अभी तक नही भेजी गई है। उसे तीन दिवस में कलेक्टर कार्यालय श्योपुर को भिजवाने की व्यवस्था करें।

लोक लेखा समिति की कण्डिकाओं का पालन प्रतिवेदन भिजवावे

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये कि लोक लेखा समिति की पालन प्रतिवेदन भिजवाना जिन अधिकारियो के पास लंबित है। उसका प्रतिवेदन शीघ्र कलेक्टर कार्यालय को भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित करें।

नामातंरण, बटवारा के प्रकरणों का निराकरण किया जावें

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में निर्देश दिये कि जिलें की तहसील स्तर पर नामातंरण, बंटवारा के प्रकरण लंबित पडे हुए है। इन प्रकरणों का राजस्व अधिकारी शीघ्र निराकरण करें। जिससे प्रकरण से संबंधित व्यक्ति लाभ उठाकर अपने कार्यो को आगे बढाने में सक्षम बन सकें।

पीएम, सीएम, सीएस मानीटरिंग से प्राप्त आवेदनों का निराकरण

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में कहा कि राजस्व अधिकारी प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, पीजी टीएल, पीएमओं, सीएम हाउस, सीएस मानीटिरिंग, पीजी सेल से प्राप्त आवेदन का निराकरण शीघ्र किया जावे। जिससे निराकरण की स्थिति से वरिष्ठ कार्यालयो में अवगत कराया जा सकें।

सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों का करें निराकरण

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में सीएम हेल्पलाइन के अंतर्गत दर्ज प्रकरणों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान पाया गया कि 300 दिवस की शिकायतें तहसील स्तर पर लंबित है। इसलिए राजस्व अधिकारी इन शिकायतों का निराकरण गंभीर होकर करें। जिससे श्योपुर तहसील के अंतर्गत 1089, बडौदा की 518, कराहल की 89, विजयपुर की 211, वीरपुर की 190 शिकायतें निराकृत होकर शून्य की स्थिति पर लाई जा सकें।

मा. न्यायालयो के लंबित केसों में जवाब समय पर दें

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में कहा कि मा. वरिष्ठ न्यायालयों से प्राप्त लंबित केसों में जवाब समय पर भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित की जावे। इन केसो में एसडीएम, तहसीलदार अपने विवेक का इस्तेमाल करें। जिससे लंबित केसों में जवाब समय पर देने से प्रकरण का निराकरण मा. न्यायालय द्वारा करने में आसानी होगी।

जन आकाक्षा पोर्टल में प्राप्त शिकायतों का निराकरण

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में कहा कि जन आकाक्षा पोर्टल में जनप्रतिनिधियों से प्राप्त शिकायतें दर्ज करने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इसलिए राजस्व अधिकारी जन आकाक्षा पोर्टल में प्राप्त शिकायतों का निराकरण समय सीमा में करें।  

सर्किट हाउस एवं रेस्ट हाउस के लिए भूमि का चिन्हांकन

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में कहा कि जिला मुख्यालय पर एक नया सर्किट हाउस तथा वीरपुर और कराहल में रेस्ट हाउस बनाने के लिए भूमि का चिन्हाकन राजस्व अधिकारी करें। साथ ही चिन्हाकित भूमि की जानकारी कलेक्टर कार्यालय को भेजी जावे। जिससे सर्किट हाउस और रेस्ट हाउस बनाने का प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा जावे।

नेशनल हाईवे के कार्यों की समीक्षा

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में कहा कि नेशनल हाईवे फोरलेन टोक-श्योपुर, श्योपुर-गोरस, गोरस-श्यामपुर, श्यामपुर-सबलगढ, सबलगढ-मुरैना, मुरैना-इटावा की समीक्षा की। तब एजीएम एमपीआरडीसी श्री सुनील पुआरे ने बताया कि इस फोरलेन के क्षेत्र में 3-ए का कार्य प्रगति पर है। अपर कलेक्टर श्री टीएन सिंह ने बैठक में कहा कि इस फोरलेन का प्रकाशन एक हफ्ते में कराया जावे। साथ ही किये जाने वाले कार्यो का प्रचार-प्रसार भी होना चाहिए। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि नेशनल हाईवे फोरलेन के जो भी कार्य श्योपुर जिले के क्षेत्र में कराया जावे। उसकी जानकारी संबंधित क्षेेत्र के एसडीएम को समय-समय पर दी जावे। उन्होने कहा कि इस फोरलेन के क्षेत्र में जाने वाली शासकीय, अशासकीय भूमि के प्रकरण शीघ्र बनाये जावे।

प्रस्तावित अटल प्रोग्रेस-वे के कार्यो की समीक्षा

कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में अटल प्रोग्रेस-वे के प्रस्तावित कार्यो की समीक्षा की गई। साथ ही इस वे के क्षेत्र में जाने वाली शासकीय, अशासकीय भूमि अधिग्रहण कार्य की जानकारी एजीएम श्री सुनील पुआरे से प्राप्त की। तब उन्होने बताया कि शासकीय लैण्ड का कार्य 01 अक्टूबर से प्रारंभ किया जा रहा है। यह अटल प्रोग्रेस-वे राजस्थान के बूदी-इटावा- मप्र के बार्डर जलालपुरा, जलालपुरा से दांतरदा-वीरपुर-मुरैना-भिण्ड से यूपी के इटावा तक बनाई जावेगी।
इस वे के क्षेत्र के श्योपुर क्षेत्र के 54 ग्राम आयेगें। जिसके श्योपुर तहसील के 36 और वीरपुर के 18 गांव शामिल है। शासन से बजट प्राप्त हो चुका है। श्योपुर जिले के क्षेत्र में 12 सिंतबर से कार्य चल रहा है। कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने अटल प्रोगे्रस वे से संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि चल रहे कार्य की जानकारी के संबंध में क्षेत्रीय एसडीएम से कोर्डिनेट किया जावे। साथ ही प्रतिदिन की रिपोर्ट अपर कलेक्टर श्योपुर को प्रदान की जावे। राजस्व अधिकारियों की नाॅलेज में सभी कार्य अटल प्रोग्रेस-वे के होने चाहिए।
एजीएम श्री सुनील पुआरे ने बताया कि अटल प्रोग्रेस-वे के क्षेत्र के आने वाली निजी भूमि का अदला-बदली अशासकीय भूमि से संबंधित किसान को दोगुना लैण्ड देने के लिए भूमि का चयन किया जा चुका है। इस दिशा में 30 प्रतिशत कृषको की सहमति भी प्राप्त हो चुकी है। कलेक्टर ने कहा कि इस वे के क्षेत्र में शासकीय लैण्ड का कब्जा लेकर काम 01 अक्टूबर से शुरू होना चाहिए। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाला अटल प्रोग्रेस-वे है। इसलिए टाईमलाइन का विशेष ध्यान रखा जावे।

न्याय बंधु के लीगल एड क्लिनिक का प्रभारी आशीष मित्तल को नियुक्त किया गया

·        ग् वालियर हाई कोर्ट के जूरिस्डिक्शन क्षेत्रांतर्गत कार्य करेगा लीगल एड क्लिनिक ·        गरीबों , लाचारों को मिल सकेगी मुफ्त का...