मध्यप्रदेश भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) में 12 दिसंबर को आयोजित नेशनल लोक अदालत की सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रभारी अध्यक्ष तथा सदस्य न्यायिक श्री दिनेश कुमार नायक ने जानकारी दी है कि रेरा भवन में प्रात: 10:30 बजे औपचारिक शुभांरभ के बाद प्रात: 11:00 बजे 3 खण्डपीठ के माध्यम से उभयपक्षों के लंबित/प्रिलिटिगेशन स्तर के राजीनामा योग्य विचाराधीन प्रकरणों का निराकरण आपसी समझौते से किया जायेगा। लोक अदालत के आयोजन से पूर्व तीनों खण्डपीठ में अभी तक करीब 155 राजीनामा योग्य प्रकरण को रखे जाने की सहमति बन चुकी है। साथ ही प्राधिकरण द्वारा ज्यादा से ज्यादा राजीनामा योग्य अन्य लंबित प्रकरणों के आपसी समझौते से निराकरण हो, इसके लिये भी प्रयास किये जा रहे हैं।
रेरा प्राधिकरण की लोक अदालत के सफल क्रियान्वयन तथा प्रकरणों के निपटारे के लिये तीन खण्डपीठ की स्थापना की गई है। साथ ही प्रत्येक खण्डपीठ के लिये अध्यक्ष तथा सदस्य बनाये गये है। इसमें विभिन्न प्रकृति के मुकदमापूर्व प्रिलिटिगेशन एवं न्यायालयों में लंबित राजीनामा योग्य प्रकरणों को निराकरण के लिये रखा जायेगा। रेरा प्राधिकरण में पहली लोक अदालत के लिये तीन खण्डपीठ की स्थापना भी की गई है। प्राधिकरण में स्थापित खण्डपीठ क्रमांक- 01 की अध्यक्षता सदस्य न्यायिक श्री दिनेश कुमार नायक करेंगे। विधिक सलाहकार श्री आर.के. जोशी सदस्य रहेंगे। इस खण्डपीठ में आपसी राजीनामा के लिये 52 प्रकरण रखे जाने की सहमति बनी है। प्रकरणों के निपटारे के लिये गठित खण्डपीठ क्रंमाक-02 के न्यायनिर्णायक अधिकारी श्री व्ही.के. दुबे अध्यक्ष तथा सुश्री जूही रघुवंशी अधिवक्ता सदस्य होंगी। इस खण्डपीठ में 30 प्रकरण रखे जाने पर सहमति बनी है। इसी प्रकार खण्डपीठ क्रंमाक-03 के निष्पादन अधिकारी श्री डी.एन.शुक्ला तथा सदस्य अधिवक्ता सुश्री रीता मुखर्जी को बनाया गया है। वसूली अधिकारी श्री सूर्यकांत शर्मा के साथ सहयोगी कर्मचारी भी रहेंगे।
खण्डपीठ क्रमांक-01 प्राधिकरण के प्रथम मंजिल सुनवाई कक्ष में स्थापित की गई है। खण्डपीठ क्रमांक-02 न्यायनिर्णायक अधिकारी के भूतल पर स्थित न्यायालीन कक्ष में तथा खण्डपीठ क्रमांक-03 प्राधिकरण की प्रथम मंजिल पर छोटे मीटिंग हॉल में स्थापित की गयी है।
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