बुधवार, 4 नवंबर 2020

जागरूक मतदाताओं ने देश के प्रति जिम्मेदारी के साथ किया मताधिकार का उपयोग

 

 विधानसभा उपचुनाव में जागरूक मतदाताओं ने उत्साह के साथ भाग लिया। कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखकर इस बार सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सभी को मतदान का अवसर दिया गया। इसलिये इस बार लम्बी-लम्बी कतारें देखने को नहीं मिलीं। मगर प्रात:काल से ही वरिष्ठ जन, पहली बार मताधिकार का उपयोग करने जा रहे युवा, महिला एवं दिव्यांग मतदाताओं ने अपने-अपने मतदान केन्द्र पर पहुँचकर मताधिकार का उपयोग किया।
   कोविड संक्रमण को ध्यान में रखकर इस बार मतदाताओं की सुरक्षा के लिये विशेष इंतजाम किए गए थे। मतदान केन्द्रों पर वोट डालने आए मतदाताओं की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। हाथों को सेनेटाइज कराया गया। साथ ही वोट डालने के लिये उन्हें हैण्ड ग्लब्स और जो मतदाता मास्क लगाकर नहीं आए थे उन्हें मास्क भी दिए गए। मतदान दल में शामिल अधिकारी-कर्मचारियों को पीपीई किट व फेस सील्ड भी मुहैया कराई गई थीं। मतदान केन्द्र परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग कायम रहे, इसको ध्यान में रखकर घेरे बनाए गए थे। साथ ही उनके बैठने के लिये शामियाना लगाकर कुर्सियां लगाई गई थीं। एक बार में एक ही मतदाता वोट डालने जाए, इसके लिये टोकन व्यवस्था भी लागू की गई। मतदान केन्द्र परिसर में पेयजल व्यवस्था और साबुन से हाथ धोने का इंतजाम भी किया गया था।
कलेक्टर श्री सिंह सपत्नीक मतदान करने पहुँचे
    कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह अपनी धर्मपत्नी के साथ वोट डालने मतदान केन्द्र पर पहुँचे। उन्होंने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र-16 ग्वालियर पूर्व के अंतर्गत आकाशवाणी तिराहे के समीप स्थित केन्द्रीय विद्यालय क्र.-1 में बने मतदान केन्द्र क्रमांक-129(क) में बारी-बारी से अपने मताधिकार का उपयोग किया।

पहली बार मतदान करने की खुशियाँ देखते ही बनी
    अठारह वर्ष की आयु पूरी कर पहली बार मताधिकार का उपयोग करने वाले युवाओं का मतदान के प्रति जोश और वोट डालने के बाद उनकी खुशी देखते ही बन रही थी । विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 15-ग्वालियर के सेवानगर कम्युनिटी हॉल परिसर में स्थित मतदान केन्द्र में छात्रा कु. संध्या यादव, कु. नेहा पाण्डेय व सपना यादव ने पहली बार वोट डाला। इन युवा मतदाताओं का कहना था कि मताधिकार का उपयोग सभी को अनिवार्य रूप से करना चाहिए। हमारे वोट से ही सरकार बनती है। हम वोट देकर देश के भविष्य को सुनहरा बनाते हैं।
वयोवृद्ध एवं बुजुर्ग मतदाताओं ने उत्साह के साथ डाले वोट
96 वर्षीय बुजुर्ग महिला श्रीमती शीला अपने बेटों के साथ वोट डालने पहुँचीं
   जीवन की आखिरी दहलीज पर खड़े वयोवृद्ध भी उत्साहपूर्वक वोट डालने आए। जीवन के 96 बसंत देख चुकीं श्रीमती शीला भदौरिया ने वोट डालकर संदेश दिया है कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए मताधिकार का उपयोग जरूरी है। वे अपने बेटों का सहारा लेकर सेवानगर के कम्युनिटी हॉल परिसर में स्थित  ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र क्रमांक-180 पर पहुँची और ईवीएम का बटन दबाकर अपना वोट डाला। इतनी वृद्धावस्था के बावजूद उन्होंने वोट डालकर बुजुर्गों ही नहीं युवाओं के लिए भी यह नज़ीर पेश की है कि राष्ट्र निर्माण के लिए एक- एक वोट का बहुत महत्व है।
     जीवन की आखिरी दहलीज पर खड़ीं श्रीमती शीला भदौरिया के पति स्व.प्रताप सिंह भदौरिया स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उनके निधन के बाद श्रीमती शीला भदौरिया को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की पेंशन भी मिल रही है। श्रीमती शीला का कहना था कि बेटों ने मेरी उम्र को ध्यान में रखकर सलाह दी थी कि आप चाहें तो इस बार घर पर ही मतदान कर सकतीं हैं।भारत निर्वाचन आयोग ने 80 साल से अधिक आयु के बुजुर्गों को डाक मतपत्र के जरिए घर पर ही मतदान करने की सुविधा मुहैया कराई है। पर मैं इसके लिए तैयार नहीं हुई। मैंने अपने बेटों से कहा कि मैं बूढ़ी हो गईं हूँ तो क्या हुआ मैं देश की खातिर पोलिंग बूथ जाकर वोट डालूँगी। मेरी जायज जिद को बेटों ने सिर माथे लिया और आज मुझे मतदान कराने के लिए लेकर आए हैं।
    बलवंतनगर निवासी दिव्यांग सुश्री मिनी शर्मा ने अपने परिजनों के साथ विधानसभा क्षेत्र 16-ग्वालियर पूर्व के अंतर्गत रामकृष्ण आश्रम स्कूल के मतदान केन्द्र पर पहुँचकर अपने मताधिकार का उपयोग किया। इसी तरह दिव्यांग महिला श्रीमती मंजूलता शर्मा ने शासकीय उत्कृष्ट उमावि क्रमांक-1 में बने मतदान केन्द्र पर वोट डाला। केन्द्रों पर दिव्यांगजन कहीं वॉलेन्टियर की मदद से तो कहीं बिना सहारे के वोट डालने पहुँचे।
आदर्श मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं का स्वागत
   ग्वालियर जिले के तीनों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में भारत निर्वाचन आयोग की पहल पर मॉडल बूथ (आदर्श मतदान केन्द्र) बनाए गए थे। इन आदर्श मतदान केन्द्रों को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। साथ ही मतदाताओं के स्वागत के लिये कार्पेट भी बिछाए गए थे।
   विधानसभा क्षेत्र 15-ग्वालियर के अंतर्गत कम्युनिटी हॉल लक्ष्मीबाई कॉलोनी, मिसहिल हायर सेकेण्ड्री स्कूल लक्ष्मीबाई कॉलोनी, वीनस पब्लिक स्कूल आनंदनगर, समर्थ बाल मंदिर आनंद नगर कॉलोनी बहोड़ापुर एवं जेसीमिल उमावि हजीरा को आदर्श मतदान केन्द्र के रूप में तैयार किया गया था।  
    इसी तरह विधानसभा क्षेत्र 16-ग्वालियर पूर्व में केन्द्रीय विद्यालय क्र.-1 का नवनिर्मित ब्लॉक, दून पब्लिक स्कूल पटेलनगर, प्रगति विद्यापीठ आदित्यनगर सीपी कॉलोनी मुरार, स्वामी विवेकानंद अकादमी मल्होत्रा फार्म भिण्ड रोड़ एवं कम्प्यूटर साइंस अध्ययनशाला जीवाजी विश्वविद्यालय में आदर्श मतदान केन्द्र बनाए गए थे।
    विधानसभा क्षेत्र 19-डबरा (अजा) के अंतर्गत शासकीय जवाहर उमावि बिलौआ पूर्वी भाग-2, शासकीय उमावि पिछोर उत्तरी भाग कक्ष क्र.-1, नवीन प्राथमिक विद्यालय भवन टेकनपुर, संत कंवरराम उमावि डबरा पश्चिमी भाग एवं शासकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय सुभाषगंज डबरा पूर्वी भाग को आदर्श मतदान केन्द्र बनाया गया था।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.

एडवोकेट नरेंद्र सिंह ने उठाया था हाथठेले वालों का मामला:बाजार से ठेले हटाने के मामले में आयोग में जल्द होगी सुनवाई

  13 फरवरी को शहर के हृदयस्थल सदर बाजार, सिकरवारी बाजार, हनुमान चौराहा, झंडा चौक से लेकर रुई की मंडी तक लगने वाले हाथठेले, फड़ दुकानदारों क...