मंगलवार, 24 नवंबर 2020

बाल संरक्षण संस्थाओं में निवासरत बच्चों का नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण हो - मनीषा यादव सी ई ओ पंचायत

जिले में संचालित सभी बाल संरक्षण संस्थाओं में रह रहे बच्चों के स्वास्थ्य की जाँच के लिये हर हफ्ते नियमित रूप से चिकित्सक पहुँचें। इस काम में किसी तरह की ढ़िलाई न हो। इस आशय के निर्देश जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक में जिला स्वास्थ्य अधिकारी को दिए गए। यह बैठक जिला पंचायत प्रशासकीय समिति की अध्यक्षा श्रीमती मनीषा भुजवल सिंह यादव की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई। ज्ञात हो किशोर न्याय अधिनियम के तहत जिला बाल संरक्षण समिति का गठन किया गया है।
    जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शिवम वर्मा ने स्वास्थ्य अधिकारी को हिदायत दी कि बाल संरक्षण संस्थाओं के बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिये चिकित्सकों की ड्यूटी लगाएँ। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि चिकित्सक हर हफ्ते जाँच के लिये पहुँचे। उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि बाल संरक्षण संस्थाओं के बच्चों को भी नियमित पढ़ाई से जोड़ें।
    जिले के पुलिस थानों को बाल मित्र पुलिस अभियान के तहत चाईल्ड फ्रेंडली बनाने के लिये पुलिस बल को प्रशिक्षित करने पर भी बैठक में सहमति बनी। साथ ही स्वास्थ्य विभाग व निजी अस्पतालों द्वारा दत्तक ग्रहण के प्रावधानों का दीवारों पर प्रदर्शन कर असहाय बच्चों के संबंध में जन जागरूकता लाने पर बल दिया गया। सड़क पर बेसहारा घूमने वाले बच्चों (स्ट्रीट चिल्ड्रन) की पढ़ाई के लिए नगर निगम के जरिए स्थायी कक्ष की व्यवस्था करने पर भी बैठक में चर्चा हुई। वर्तमान में बाल भवन के मैदान में स्ट्रीट चिल्ड्रन के लिये कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए समाजसेवियों के सहयोग से अध्ययन कक्षायें चलाई जा रही हैं।
    स्मार्ट सिटी सेफ सिटी में बच्चों की सुरक्षा को भी शामिल करने पर बैठक में चर्चा हुई। किशोर न्याय निधि का गठन करने एवं अडॉप्ट ए होम के तहत बच्चों को गोद लेकर बाल देखरेख संस्थाओं की सुविधाओं व सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने पर भी बैठक में बल दिया गया।
    बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्री राजीव सिंह, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्री शालीन शर्मा, नेहरू युवा केन्द्र की जिला युवा समन्वयक सुश्री नेहा जादौन तथा स्कूल शिक्षा, सामाजिक न्याय एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों सहित बच्चों के कल्याण से जुड़ीं विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधिगण मौजूद थे। 

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