बुधवार, 25 नवंबर 2020

ग्वालियर चंबल संभाग में बांस मिशन पर तेजी से कार्य किया जाएगा प्रदेश में प्राकृतिक वनों का संरक्षण एवं संवर्धन किया जाएगा वनों से रोजगार के अवसर बढाये जायेंगे

 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में बांस मिशन को तेजी से क्रियान्वित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के वनवासियों को उच्च गुणवत्ता के बांस रोपण के लिए प्रेरित किया जाएगा तथा बांस उत्पादन के माध्यम से वनवासियों की आय बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा है कि मध्य प्रदेश में उच्च गुणवत्ता के बांस उत्पादन के क्षेत्र में क्रांति आनी चाहिए तथा इसके माध्यम से वनवासियों के जीवन में सुधार आना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज उमरिया जिले के राष्ट्रीय उद्यान बांधवगढ़ में वन विभाग की बैठक ले रहे थे।

बैठक में प्रदेश के वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, आदिम जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह, विधायक विजयराघौगढ़ श्री संजय पाठक, प्रदेश के मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव वन श्री अशोक कुमार वर्णवाल एवं वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में बांस आधारित लघु उद्योगों को प्रोत्साहित किया जाए तथा बांस के माध्यम से लोगों को रोजगार से लाभ मिले तथा वृहद स्तर पर वनवासी लाभान्वित हो, इसके प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में तेंदूपत्ता के अलावा अन्य वनोपजो के संवर्धन और संरक्षण के प्रयास किए जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक वनों चिरौंजी, महुआ, बेहड़ा,आंवला एवं अन्य प्राकृतिक वनों का संरक्षण और संवर्धन किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक वनों के संरक्षण और संवर्धन के कार्य को अति गंभीरता से लें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वनोपज को बढ़ावा देने के लिए वृहद स्तर पर पौधरोपण कराएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के वनवासियों को वनोपज का वाजिब लाभ मिले इसके लिए सतत प्रयास किए जाएं। प्रदेश शासन नें 32 प्रजातियों के वनोपज का समर्थन मूल्य घोषित किया गया है, इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि वनोपज संग्राहको को वाजिब मूल्य मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में औषधीय पौधों की खेती को भी प्रोत्साहित किया जाए।

बैठक में प्रदेश के वनों में बफर में सफर संकल्पना के उद्देश्यों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बफर में सफर कार्यक्रम के तहत वनो में पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास किए जाएं, प्रदेश में चिन्हित 24 बफर जोन में बफर में सफर की कार्य योजना को समय-सीमा में प्रारंभ किया जाए। बैठक में मुख्यमंत्री ने अंडमान एवं निकोबार दीप समूह से प्राप्त राशि से वृक्षारोपण की कार्य योजना की समीक्षा की तथा अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस राशि से वृक्षारोपण कर वनों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि पौधारोपण की प्रामाणिकता सुनिश्चित की जाए। बैठक में प्रदेश के वन मंत्री ने बताया कि प्रदेश में 4 नए टाइगर सफारी कान्हा, बांधवगढ़, पेंच एवं सतपुड़ा में प्रारंभ करने की कार्ययोजना बनाई जा रही है। सागर तथा बुरहानपुर में नवीन अभ्यारण की स्थापना हेतु कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में नवीन वृक्षारोपण अधिनियम लाया जा रहा है। साथ ही काष्ठ उत्पादक कृषक एवं व्यापारियों को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए काष्ठ उद्योग एवं संचालन अधिनियम प्रस्तावित है। वन मंत्री ने बताया कि प्रदेश में ग्राम वन समितियों को भी सशक्त बनाया जा रहा है तथा उनके माध्यम से वनों का सुधार कार्य कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में वन्य प्राणी प्रबंधन की भी समीक्षा की।


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