खाद्य पदार्थों में मिलावट पर प्रभावी अंकुश लगाने के मकसद से प्रदेश सरकार द्वारा “मिलावट से मुक्ति” अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत हर जिले में खाद्य एवं औषधीय प्रशासन विभाग द्वारा चलित खाद्य प्रयोगशाला के माध्यम से खाद्य पदार्थों की मौके पर ही जाँच कराई जा रही है। इस कड़ी में ग्वालियर संभाग के लिये भेजी गई चलित खाद्य प्रयोगशाला का संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने बुधवार को मोतीमहल परिसर में निरीक्षण किया।
संभाग आयुक्त श्री सक्सेना ने निर्देश दिए कि खाद्य प्रयोगशाला संभाग के छोटे-छोटे कस्बों में भी पहुँचे। साथ ही इस चलित प्रयोगशाला में उपलब्ध जाँच की सुविधाओं के प्रचार के लिये फ्लैक्स भी लगाएँ, जिससे लोग स्वत: ही खाद्य पदार्थों की जाँच के लिये आगे आ सकें। उन्होंने कहा खासतौर पर यह जानकारी लोगों को बताई जाए कि चलित खाद्य प्रयोगशाला में कौन-कौन से खाद्य पदार्थों की जाँच मौके पर ही कराई जा सकती है। संभाग आयुक्त ने ग्वालियर संभाग के सभी जिलों के लिये चलित प्रयोगशाला का तिथिवार भ्रमण कार्यक्रम निर्धारित करने के निर्देश संभागीय उप आयुक्त राजस्व श्री आर पी भारती एवं संभागीय संयुक्त संचालक लोक स्वास्थ्य को दिए।
ज्ञात हो खाद्य पदार्थों की जाँच से संबंधित अत्याधुनिक उपकरणों से युक्त एक वाहन पर चलित खाद्य प्रयोगशाला बनाई गई है। जिसमें टेक्नीशियन एवं खाद्य व औषधीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों द्वारा विभिन्न बाजारों में पहुँचकर दुग्ध एवं दुग्ध पदार्थ, मसाले, तेल, नमकीन सहित किराना की अन्य सामग्री की मौके पर ही जाँच की जा रही है। साथ ही इच्छुक लोग मात्र 10 रूपए शुल्क अदा कर अपने खाद्य पदार्थों की जाँच करा सकते हैं। ग्वालियर आई इस चलित खाद्य प्रयोगशाला द्वारा मौके पर जाकर अब तक 154 नमूनों की जाँच की जा चुकी है।
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