अमृत परियोजना के तहत शहर में पानी एवं सीवर की लाईनों को बिछाने के लिये जो सड़कें खोदी गई हैं उन्हें 26 जनवरी तक यथा स्थिति करने की कार्रवाई की जाए। अमृत परियोजना के सभी ठेकेदार तत्परता से रोड़ ठीक करने का काम करें। संभागीय आयुक्त एवं नगर निगम प्रशासक श्री आशीष सक्सेना ने सोमवार को अपने निवास स्थित ऑफिस पर अमृत परियोजना की समीक्षा करते हुए यह निर्देश दिए हैं।
संभाग आयुक्त श्री सक्सेना ने कहा कि अमृत परियोजना के तहत जो भी कार्य अनुबंध के अनुसार किए जाना है वह पूर्ण गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में किए जाएं। किए जा रहे कार्यों की निगम अधिकारी निरंतर मॉनीटरिंग करें। बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री संदीप माकिन, सीई जल संसाधन विभाग श्री श्रीवास्तव, अधीक्षण यंत्री श्री आर एल एस मौर्य, कार्यपालन यंत्री श्री जागेश श्रीवास्तव, श्री रामू शुक्ला सहित अमृत परियोजना से जुड़े अधिकारी और कॉन्ट्रेक्टर उपस्थित थे।संभाग आयुक्त श्री सक्सेना ने परियोजना के कार्यों की समीक्षा के दौरान कहा कि शहर के लिये अमृत परियोजना एक महत्वपूर्ण परियोजना है। इसके माध्यम से लोगों को लम्बे समय तक स्वच्छ पेयजल उपलब्ध्ध होगा। इसके साथ ही शहर की सीवर समस्या का भी स्थायी निदान हो सकेगा। परियोजना के तहत जो भी कार्यों को करने का अनुबंध किया गया है वे सभी कार्य अनुबंध की शर्तों के अनुसार पूर्ण गुणवत्ता के साथ किए जाएं। शहर में पेयजल एवं सीवर की लाईन बिछाने के लिये जो सड़कें खोदी गई हैं उससे यातायात अवरूद्ध होने के साथ ही आम जनों को परेशानी हो रही है। सड़कों के सुधार का कार्य युद्ध स्तर पर किया जाए।
संभागीय आयुक्त श्री सक्सेना ने यह भी निर्देशित किया कि अमृत परियोजना के कॉन्ट्रेक्टर सड़कों को यथास्थिति बनाने के लिये समयबद्ध कार्यक्रम बनाकर प्रस्तुत करें। इसी के अनुसार कार्य किया जाए। किए जा रहे कार्यों की मॉनीटरिंग के लिये निगम के इंजीनियरों को भी तैनात करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने अमृत परियोजना के तहत तिघरा से मोतीझील तक बिछाई जा रही पानी की लाईन और सीवर व ट्रीटमेंट प्लांटों के निर्माण की प्रगति के संबंध में भी समीक्षा की। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि परियोजना के तहत शहर में जो भी पानी की लाईन और टंकियों का निर्माण का कार्य किया जाना है उसे करने के साथ-साथ लोगों को तत्परता से पानी का वितरण भी हो सके, यह भी सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री संदीप माकिन ने अमृत परियोजना के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
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