शहर को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए वार्ड मॉनीटर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करें। गंदगी करने वालों के विरूद्ध वार्ड मॉनीटरों को दण्डात्मक कार्रवाई करने के भी अधिकार दिए गए हैं। गंदगी करने वालों के विरूद्ध प्रतिदिन वार्ड मॉनीटर दण्ड की कार्रवाई भी करें। दण्ड के रूप में वसूल की गई राशि का उपयोग भी स्वच्छता के कार्य में किया जाए। संभागीय आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने सोमवार को गूगल मीट के माध्यम से स्वच्छता कार्यों की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए हैं।
संभागीय आयुक्त एवं नगर निगम प्रशासक श्री आशीष सक्सेना ने कहा कि वार्ड मॉनीटरों के साथ होमगार्ड के जवान भी तैनात किए गए हैं। सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में स्वच्छता के कार्य को पूरी दक्षता के साथ कराएँ। गंदगी फैलाने वालों के विरूद्ध जुर्माने की कार्रवाई भी की जाए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि विभिन्न निर्माण एजेन्सियों एवं अन्य लोग भी सड़क पर निर्माण सामग्री डालकर गंदगी करते हैं ऐसे सभी लोगों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जाए। डोर टू डोर कचरा प्रबंधन के कार्य को अधिकारी सर्वोच्च प्राथमिकता दें। जिनका वार्डों में वर्तमान में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन किया जा रहा है उनमें शतप्रतिशत दरों से कचरा कलेक्शन का कार्य किया जाए।संभागीय आयुक्त श्री सक्सेना ने समीक्षा के दौरान यह भी कहा कि सबसे अच्छा और सबसे खराब काम किन वार्डों में किया जा रहा है इसकी रिपोर्ट भी तैयार की जाए ताकि अच्छा कार्य करने वालों को प्रोत्साहित और खराब कार्य करने वालों को दण्डित किया जा सके। सभी वार्ड मॉनीटरों को 10 – 10 हजार रूपए की राशि अग्रिम के रूप में भी प्रदान की जाए। उक्त राशि के माध्यम से वॉर्ड मॉनीटर अपने-अपने क्षेत्र में स्वच्छता संबंधी छोटे-छोटे कार्य करा सकें।
समीक्षा बैठक के दौरान यह भी निर्देशित किया गया कि कचरा वाहन जो खराब स्थिति में हैं उन्हें ठीक कराने का कार्य तेजी के साथ तत्परता से कराया जाए ताकि कचरा कलेक्शन में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। संभाग आयुक्त ने कहा कि सभी वार्ड मॉनीटर और निगम के ऐसे अधिकारी जो स्वच्छता कार्य में लगे हैं वे प्रतिदिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होने वाली समीक्षा बैठक में अनिवार्यत: शामिल हों।
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