किसानों के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के दिल में विशेष ललक है। इसी का स्वाभाविक फायदा प्रदेश के किसानों को मिल रहा है। पूरे देश में मध्यप्रदेश एक ऐसा राज्य है जहाँ के हर किसान के खाते में प्रतिवर्ष 10 हजार रूपए की आर्थिक मदद पहुँचेगी। यह बात प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत आयोजित हुए कार्यक्रम में भाग लेने आए किसानों को संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में सीहोर जिले के नसरूल्लागंज में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ग्वालियर जिले के किसान श्री वेदराम जाटव सहित प्रदेश के अन्य जिलों के किसानों से चर्चा की। साथ ही एक क्लिक के जरिए पाँच लाख किसानों के खातों में प्रति किसान दो हजार रूपए के मान से आर्थिक सहायता पहुँचाई। इस कार्यक्रम का ऑनलाइन प्रसारण सभी जिला मुख्यालयों पर भी हुआ। यहाँ कलेक्ट्रेट स्थित जन-सुनवाई कक्ष में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जिले के किसानों ने भी हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह, जिला पंचायत प्रशासकीय यमिति की अध्यक्ष श्रीमती मनीषा भुजवल सिंह यादव, संभाग आयुक्त श्री आशीष सकसेना, कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शिवम वर्मा व अपर कलेक्टर श्री किशोर कान्याल एवं श्री कप्तान सिंह सहसारी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण व जिले के विभिन्न ग्रामों से आए कृषकगणों ने भाग लिया।
मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह ने ग्वालियर में आयोजित हुए कार्यक्रम में कहा कि मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत एक वर्ष में हर किसान को 6 हजार रूपए की राशि तो दी ही जा रही है। साथ ही मुख्यमंत्री श्री चौहान की पहल पर किसानों को और अधिक आर्थिक सहायता मुहैया कराने के लिये मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना शुरू की गई है, जिसके तहत प्रति किसान 4 हजार रूपए के मान से आर्थिक सहायता दी जा रही है। इस प्रकार प्रदेश में हर किसान को 10 हजार रूपए की आर्थिक सहायता प्रतिवर्ष मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को अब कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है, उनके हितों की रक्षा के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान हर पल तत्पर रहते हैं।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर जिले की तानसेन तहसील के ग्राम मुख्तियारपुरा निवासी श्री वेदराम जाटव से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा कर उनका हालचाल पूछा। श्री चौहान ने उनसे पूछा आप पर कितनी जमीन है और जमीन सिंचित है या असिंचित । इस साल खरीफ में कौन सी फसल ली और रबी में कौन सी फसल लेने जा रहे हैं। एक परिवार के मुखिया की तरह मुख्यमंत्री को रूबरू पाकर वेदराम खुशी से गदगद हो गए और उन्होंने बेझिझक अपने जवाब भी दिए। वेदराम ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को बताया कि मेरे पास दो बीघा सिंचित जमीन है। इस साल हमने खरीफ में अपनी खेती में लगभग 50 – 60 मन ज्वार पैदा की। रबी में गेहूँ की बोनी की है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जब वेदराम से सवाल किया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि एवं मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के बारे में आप जानते हैं ? ये सवाल सुनकर वेदराम भावुक हो गए और उन्होंने कहा मामाजी अगर ये योजनायें नहीं होती तो हमें कर्ज लेकर अपनी फसल के लिये खाद-बीज का इंतजाम करना पड़ता। उनका कहना था हमारे परिवार की बहुत थोड़ी जरूरतें हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि एवं मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना से अब तक हमारे परिवार को 8 हजार रूपए की आर्थिक सहायता मिल चुकी है। दो हजार रूपए आज मिल रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जब वेदराम से पूछा कि नए कृषि कानूनों के बारे में आपकी क्या राय है तो वे चहक कर बोले कि किसानों के हित में केन्द्र सरकार ने बहुत अच्छे कानून बनाए हैं। हम अपनी उपज मण्डी अथवा ऊँची कीमत पर कहीं अन्य जगह बेचने के लिये आजाद हैं। श्री वेदराम अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखते हैं। उनके दो बेटे हैं जो अभी पढ़ाई कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उन्हें भरोसा दिलाया कि बच्चों की पढ़ाई के इंतजाम को लेकर बेफिक्र रहें, इसकी चिंता मध्यप्रदेश सरकार करेगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.