कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिये स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के साथ-साथ जन जागृति के लिये चलाए जा रहे “रोको-टोको” अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों में किया जाए। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में प्रतिदिन जन जागृति के लिये हो कार्यक्रम आयोजित। समझाइश के साथ-साथ अर्थदण्ड व खुली जेल का भी किया जाए प्रयोग।
संभागीय आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों में कोविड-19 से जुड़े अधिकारियों से चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि कोविड के संक्रमण को देखते हुए सभी जिलों में सभी प्रबंधन किए जाएं और इस पर सतत निगरानी भी रखी जाए। रोको-टोको अभियान के तहत जिला स्तर के सभी अधिकारियों को भी अपने-अपने विभाग स्तर से अभियान चलाकर कार्रवाई करने के लिये तैनात किया जाए।संभाग आयुक्त श्री सक्सेना ने यह भी कहा कि जिला स्तर पर कलेक्टर कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिये किए जा रहे प्रबंधनों की नियमित समीक्षा करें और शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में भी जन जागृति के लिये कार्यक्रम आयोजित होते रहें, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें। शहर व ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे स्थल जहां पर प्रतिदिन भीड़भाड़ रहती है वहाँ जन जागृति के कार्यक्रम नियमित रूप से किए जाएं। समझाइश के पश्चात भी लोग न मानें तो अर्थदण्ड के साथ-साथ खुली जेल का प्रयोग भी किया जाए।
अभियान से अधिक से अधिक लोग जुड़ें इसके भी प्रयास हों। सभी विभागों के मैदानी अमले को भी मैदान में जोड़कर कार्रवाई की जाए। जिले के सम्माननीय जनप्रतिनिधियों से भी संपर्क कर अभियान में लोगों को समझाइश देने की अपील करने का आग्रह किया जाए। उन्होंने इसके साथ ही भारत बंद के आह्वान को देखते हुए सभी जिलों में एहतियाती प्रबंधन करने के निर्देश भी दिए।
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