गुरुवार, 7 जनवरी 2021

छोटी सी यूनिट से मिल रहा है कई महिलाओं को रोजगार कलेक्टर ने रेडीमेड गारमेंट पार्क में पहुँचकर स्पोर्ट्स फैक्ट्री का किया निरीक्षण

( फोटो डाउनलोडेबल नहींं हैं , गलत फार्मेट है )    खेल की पोषाक बनाने वाली छोटी सी यूनिट दे रही है लगभग 55 लोगों को रोजगार । आस-पास क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं को प्रतिमाह 8 – 10 हजार रूपए की आय भी हो रही है। रेडीमेड गारमेंट पार्क में छोटी सी यूनिट लगाकर खेल की पोषाक बनाने वाली कंपनी स्वयं भी आत्मनिर्भर हुई और लोगों को भी रोजगार उपलब्ध कराया। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बुधवार को रेडीमेड गारमेंट पार्क पहुँचकर न्यू आर.पी. स्पोर्ट्स फैक्ट्री का निरीक्षण किया और संचालकों से चर्चा की।
    कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने यूनिट के निरीक्षण के दौरान संचालकों से पूछा कि यूनिट में कितने लोगों के माध्यम से कार्य कराया जा रहा है। संचालक ने बताया कि लगभग 50 – 55 महिलायें प्रतिदिन सिलाई के कार्य के माध्यम से रोजगार प्राप्त कर रही हैं। फैक्ट्री में तैयार लोअर एवं टीशर्ट ज्यादातर स्कूलों में सप्लाई की जाती हैं। कोरोना के कारण कुछ कमी जरूर आई है, लेकिन काम नियमित रूप से प्रारंभ है।
    कलेक्टर ने फैक्ट्री में काम कर रही महिलाओं से भी चर्चा की। चर्चा के दौरान महिलाओं ने बताया कि फैक्ट्री में प्रतिदिन नियमित काम मिल रहा है। प्रतिमाह 8 – 10 हजार रूपए की आय हो जाती है। संचालक ने बताया कि ग्वालियर में तैयार की जा रही सामग्री अन्य शहरों में जिनमें आगरा, भोपाल और इंदौर भी शामिल है भी भेजी जाती है। विभिन्न दुकानों के माध्यम से ग्वालियर में तैयार खेल पोषाक प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी विक्रय हो रही है।
    कलेक्टर श्री सिंह ने रेडीमेड गारमेंट पार्क में व्यवसाय करने में क्या सुविधा और क्या दिक्कतें हैं यह भी जाना। संचालकों ने बताया कि रेडीमेड गारमेंट पार्क में व्यवसाय करने में सभी प्रकार की सुविधायें हैं और सुरक्षा भी है। लेकिन अभी लगभग 9 यूनिट ही पूरे रेडीमेड गारमेंट पार्क में संचालित हो रही हैं। सभी प्लॉट्स पर अगर यूनिट प्रारंभ हो जाए तो और भी अच्छा व्यवसाय चल सकता है। कलेक्टर ने संचालकों से आग्रह किया कि वे अन्य व्यवसाइयों से भी अपने-अपने यूनिट रेडीमेड गारमेंट पार्क में प्रारंभ करने के लिये कहें। शासन-प्रशासन की ओर से भी रेडीमेड गारमेंट पार्क में यूनिट स्थापना हेतु प्रयास किए जा रहे हैं।

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